Hindi skit for Teachers day
Online classes and my teacher
Teachers are an asset to any society they shape the future of a country.Teachers Day is celebrated in India on 5th September to mark the birth anniversary of Dr Sarvepalli Radhakrishnan. On this day many programs are organised by the children in every school. In this article you will get a Hindi skit to acknowledge the contribution of teachers in a student’s life. There are 6 characters in the story
Sourabh student
Harshwardhan
Ankit
Mother of Sourabh
Poonam Ma’am
Dadi ji
Online classes and my teacher
Hindi skit for Teachers day
एक दिन अचानक सौरभ की मां सौरभ से बोली
मां:: सौरभ 1 वीक से मैं तुम्हें ऑब्जर्व कर रही हूं तुम बहुत अपसेट लग रहे हो क्या बात है बेटा यू आर नाउ इन इलेवंथ क्लास।
Saurabh: बस मां बस मैं परेशान हो गया हूं सुन सुनकर यह भाषण नाइंथ क्लास से सुन रहा हूं यह 4 साल तुम्हारी जिंदगी के सबसे इंपॉर्टेंट इयर्स है 9,10 11,12 ,जिंदगी बन जाएगी मेहनत करो। करी थी ना मेहनत क्या हुआ ??बताओ क्या हुआ?? हो गया ना जनरल प्रमोशन
मां : यह कैसी बातें कर रहे हो बेटा तुम हैरान हूं मैं यह सुनकर बेटा आज तक मेरे सौरभ ने जिंदगी में मुझसे कभी इतनी बदतमीजी से बात नहीं की।
है हां अब मुझे कुछ करना होगा जाओ जाकर तुम सो जाओ हम सुबह बात करेंगे।
सौरभ अपने रूम में जाता है और मां उसके बेस्ट फ्रेंड हर्षवर्धन को फोन करती है
मां: हेलो बेटा हर्षवर्धन मैं सौरव की मम्मी बोल रही हूं क्या बात है स्कूल में सौरभ को कोई परेशानी है क्या
हर्षवर्धन: आंटी एक्चुअली ऑनलाइन क्लासेज के कारण आज तक हम इतने टच में नहीं है लेकिन मैथ्स टीचर ने लास्ट वीक सौरभ के पुअर परफारमेंस का क्लास में जिक्र किया था
मां: सौरभ तो मेरा लिटिल आइंस्टाइन है हाउ डिड ई गेट पुअर मार्क्स इन मैथ्स उसने तो मुझे रिजल्ट के बारे में कुछ बताया ही नहीं
हर्षवर्धन : हम सभी सरप्राइज सौरभ जो कि एक स्कूल का टॉपर है वह इस साल वीकली टेस्ट में फेल हो चुका है।
अब मैं क्या करूं दिन भर तो वहां मोबाइल और लैपटॉप पर लगा रहता है कभी लगा ही नहीं कि वह पढ़ाई नहीं कर रहा है।
हर्षवर्धन :आप अंकित से पूछिए आजकल सौरव और अंकित काफी क्लोज हो गए
ठीक है मुझे जल्दी से अंकित का फोन नंबर दे दो
मां अंकित को फोन लगाती है
अंकित :यस मैम मैं अंकित बोल रहा हूं मुझे कुछ नहीं मालूम मैंने कुछ नहीं किया हम तो बस एक नया ऑनलाइन गेम खेल रहे थे एस यूजुअल सौरभ उसे जीत नहीं पा रहा था शायद इसलिए वह परेशान है।
मां : ऑनलाइन गेम व्हाट ब्लडी थिंग इज दिस हे भगवान मेरे बेटे को बचा लो
तभी सौरभ की दादी आती है और बोलती हैं।
दादी: भगवान नहीं सौरव को उसके टीचर्स ही बचा सकते हैं मैं नहीं बोलती थी घर पर रह रहा कर बच्चे इतने इन इनएक्टिव हो गए हैं शुरू में ऑनलाइन क्लासेज में बड़ा मजा आता था कोई टेंशन नहीं कोई लायबिलिटीज नहीं अब आया ना समझ में बच्चे स्कूल में टीचर्स के साथ रहते है तो प्रोग्रेस करते रहते हैं यह ऑनलाइन क्लासेस और वर्किंग पेरेंट्स बच्चों के लिए अभिशाप है जाओ पूजा तुम सौरव के टीचर्स से मिलो और उनकी प्रॉब्लम्स को सॉल्व करो वही उनकी प्रॉब्लम सॉल्व कर सकते हैं
हां मम्मी जी आप से ही ठीक कहती हैं आई विल कांटेक्ट पूनम मैडम टुडे इत्सेल्फ
मां पूनम मैडम को फोन लगाती है
पूनम मैडम बोली ओ आई सी यू डोंट वरी मैडम आई विल टेक केयर आई विल कॉल him हेट माय होम
मां :मैम आई विल बी सो ग्रेटफुल टो यू
फिर पूनम मैडम एक सप्ताह तक सौरभ की काउंसलिंग करती हैं की धीरे-धीरे सौरभ में परिवर्तन दिखने लगता है
एक वीक के बाद एक दिन सौरभ अपनी मम्मी से बोलता है
सौरभ: इधर आइए जरा अपनी आंखें तो बंद करिए अब देखो यह मैंने अपनी पूनम मैडम के लिए एक डिजिटल टीचर्स डे कार्ड बनाया है मम्मी आई एम वेरी सॉरी मैं भटक गया था मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मेरी मंजिल क्या है आई नो अब पूनम मैडम ने मुझे अच्छी तरह से समझाया है मालूम है जो एक्सपेरीमेंट्स मैंने यूट्यूब पर देखकर अनसक्सेसफुली करे थे उस अभी मैंने उस पे कमेंट सक्सेसफुली पूरे कर लिए हैं पूनम मैडम मुझे एक डिजिटल डिटॉक्स डिटॉक्सिंग लिए भी ली जा रही है मुझे अपनी मंजिल साफ नजर आ रही है
मां पूनम मैडम को फोन लगाती है
मां: मैम मैं सौरव की मम्मी बोल रही हूं थैंक यू सो मच आई एम सो ग्रेटफुल टो यू आपने मेरे बच्चे की जिंदगी सुधार दी है सवार दी है। सुना तो बहुत था लेकिन मीनिंग आज समझ में आया
गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरुरेव परंब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः।
Happy Teachers day to all the teachers of India